सोमवार, 8 मार्च 2010

सन्देश

सन्देश
वाह ठाकरे बंधू तुमने इतना कुछ फरमाया है
महाराष्ट्र के वासी सबको जी भरकर भरमाया है
कह कर हिंदूवादी तुम तो क्षेत्रवाद ही करते हो
कहते हो जिंदादिल लेकिन पग पग पर तुम मरते हो
मुंबई तेरी महाराष्ट्र भी हम तो भारत वासी हैं
या फिर बाहर वालों से तुम मन ही मन अब डरते हो
तोड़ फोड़ कर मार पीट कर जो तुमने फरमाया है
महाराष्ट्र के वासी सबको जी भरकर भरमाया है
मिले वोट सत्ता भी पाओ तेरा जो यह सपना है
कहते तुम जिनको मराठी वह तो तेरा अपना है
क्यों उनको संकीर्ण बना कर सीमा रेखा खींच रहे
रास्ट्र बड़ा या महाराष्ट्र इन बातों से क्या करना है
कर्मवीर जो जनता तेरी फिर ये क्यों फरमाया है
महाराष्ट्र के वासी सबको जी भरकर भरमाया है
एक बार तुम बाहर निकलो देखो दुनिया बदल गई
प्रगति पथ पर आकर अब तो हालत सबकी बदल गई
लेकिन तुम तो वहीँ अभी तक गड़बड़झाला करते हो
राह बनालो आगे आकर अंधी गलियाँ निकल गई
बनो नहीं बदनाम आज भारत ने तुम्हें पुकारा है
महाराष्ट्र के वासी सबको संदेशा भिजवाया है
महाराष्ट्र के वासी सबको संदेशा भिजवाया है

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