आजादी का क्या मतलब है , पूछो इन नेताओं से
देश धर्म को भूल गए जो , सत्ता के क्रेताओं से
लूट रहे हैं कदम कदम पर जनता में बदहाली है
बाँट रहे हैं हर दिन हर पल पाकेट सबका खाली है
इनकी करनी इतनी काली शुभ चिन्तक बतलाते हैं
भडकाते हैं हर दिन ज्वाला हरदम हमें सताते हैं
नहीं अछूता बचा है कोई सत्ता के क्रेताओं से
आजादी का क्या मतलब है पूछो इन नेताओं से
बढती जाती है महंगाई बंद सभी की आँखें हैं
देश धर्म को भूल गए जो , सत्ता के क्रेताओं से
लूट रहे हैं कदम कदम पर जनता में बदहाली है
बाँट रहे हैं हर दिन हर पल पाकेट सबका खाली है
इनकी करनी इतनी काली शुभ चिन्तक बतलाते हैं
भडकाते हैं हर दिन ज्वाला हरदम हमें सताते हैं
नहीं अछूता बचा है कोई सत्ता के क्रेताओं से
आजादी का क्या मतलब है पूछो इन नेताओं से
बढती जाती है महंगाई बंद सभी की आँखें हैं
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